लेखनी कहानी - सर कटी लाश - डरावनी कहानियाँ
सर कटी लाश - डरावनी कहानियाँ
कहने को तो हम 2010, एक आधुनिक युग में जी रहें हैं! जहाँ सिर्फ विज्ञान की बात होती है! यहाँ भूत प्रेत की बात करना अन्धविश्वास कहलाता है! मैं भी ऐसा ही सोचता था मगर एक हादसे के बाद मेरी सोच थोड़ी बदल गई! जून की गर्मी के कारण सबका जीना मुहाल था! हम सब कुछ दिनों के लिये अपने ननिहाल गए हुए थे! वहां जहाँ मेरी कुछ अच्छी यादें जुडी हुई थी ! मगर इस बार ऐसा नहीं था! मैंने जो देखा उस पर मुझे विश्वास नहीं हुआ! गाँव में एक कटे सर के आदमी के दिखने की अफवाह थी! पर हम इन बातों पर विश्वास नहीं करते थे! एक दिन दोपहर को मैं नेहर के किनारे बैठा था! गर्मी में ठंडी हवा के झोंकों का अलग ही मजा था! मुझे हलकी हलकी नींद आने लगी थी! तभी कोई मेरे पास आकर बैठ गया और बाते करने लगा! मैं भी आधी नींद में उससे बाते करने लगा! बातों बातों में उसने मेरा अतीत बता डाला और फिर जब मैने उसे देखा तो मेरी सांस ही रुक गई! उसका सर नहीं था! एक पल में मेरी सारी नींद उड़ गई और वो आदमी भी गायब हो गया! मैं वहां से भाग कर सीधा घर आ गया! उस दिन मेरी तबियत भी ख़राब हो गई! जो मैंने देखा शायद वो मेरा सपना भी हो सकता है क्यूंकि मैं आधी नींद में था! मगर जब भी वो घटना याद आती है मेरी रूह कांप जाती है!